घोटालों पर घोटालों से घिरी यूपीए सरकार पहले से ही आम जनता की भारी नाराजगी झेल रही थी मगर डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी और रसोई गैस पर कोटा लागू करने जैसे कठोर कदम से सरकार ने आग में पैट्रोल डालने सरीखा काम किया है. जिससे आम जनता का गुस्सा बादक उठा है और कई शहरों में जनता सड़कों पर उतर आई है. यही नहीं सरकार को अंदर और बाहर से समर्थन दे रहे यूपीए के सहयोगी दल भी सरकार के इस जनविरोधी कदम की कड़ी भर्त्सना कर रहें है. यह बात दीगर है कि यह दल गठबंधन से अलग नहीं हो रहे और ना ही सरकार से समर्थन वापिस ले रहे हैं.
उत्तर बंगाल में पेट्रोलियम पदार्थ में मूल्यवृद्धि व रसोई गैस देने में मनमानी के खिलाफ वामपंथी व दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन प्रारंभ हो गया है. यहा तक कि यूपीए के सहयोगी तृणमूल काग्रेस ने भी इसका विरोध करने का निर्णय लिया है.
डीजल के दाम बढ़ने का सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ना शुरू हो चुका है. सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं. रोडवेज बसों के किराए में भी वृद्धि शुरू हो गई है.
मुंबई में स्कूल बसों का किराया भी बढ़ा दिया गया है. स्कूल बसों के किराए में 30 से 50 रुपये तक की बढ़ोतरी की गई है. पहले छोटी स्कूल बसों का किराया 600 रुपये था. जिसे बढ़ाकर 650 रुपये कर दिया गया है. वहीं, बड़ी स्कूल बसों का किराया 650 रुपये से बढ़ाकर 680 रुपये महीना किया गया है. बढ़ा हुआ किराया एक अक्टूबर से लागू होगा.
मुंबई व दिल्ली में ऑटो वालों ने भी डीजल की कीमत बढ़ने पर किराया बढ़ा दिया है. ऑटो वाले 25 फीसदी ज्यादा किराया वसूल रहे हैं.
उत्तर प्रदेश में तो सरकारी बसों का किराया 10 फीसदी बढ़ाने की घोषणा की गई है. कीमत बढ़ाने के प्रस्ताव का रिमाइंडर सरकार के पास भेजा गया है, जिसे दो से तीन दिन में अमलीजामा पहना दिया जाएगा.
उत्तर प्रदेश में शुक्रवार से बिजली भी महंगी हो गई है. राजस्थान में भी रोडवेज बसों के किराए में बढ़ोतरी हो सकती है. महाराष्ट्र स्टेट ट्रासपोर्ट ने भी सरकार के पास किराया बढ़ाने की सिफारिश भेजी है.
ऑल इंडिया मोटर काग्रेस ने संकेत दिए हैं कि मालभाड़े में तीन रुपये तक की बढ़ोतरी की जा सकती है. एआईएमटीसी के प्रवक्ता भूपिंदर सिंह पंधेर के मुताबिक ट्रासपोर्ट कारोबारियों के पास माल भाड़ा बढ़ाने के अलावा कोई उपाय नहीं है. महाराष्ट्र स्टेट ट्रासपोर्ट ने तो सरकार को मालभाड़े में आठ फीसदी की बढ़ोतरी का प्रस्ताव भेजा है.
मुंबई में सब्जियों के दाम में शुक्रवार सुबह 10 फीसदी की तेजी देखी गई. मुंबई गुड्स ट्रासपोर्ट एसोसिएशन का कहना है कि सब्जियों के दाम में सात से 10 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है.
सरकार का सोच है कि जनता को हर तरह से मर कर ही अब इस पर नियंत्रण किया जा सकता है,दो साल से चल रही महंगाई कम तो होनी नहीं है,सरकार इस बात को अछि तरह जानती है,हर बार कम होने कि नईतारीख बता दी जाती है,अभी कल हरीश रावत एक साक्षात्कार में शीघ्र कम होने का दावा कर रहे थे, आज के भाव आप बता रहे हैं.इस सरकार कि विश्वसनीयता अब समाप्त हो चुकी है,कहावत है कि किसी को मारना है तो ऐसा मारो कि अगला पानी न मांगे.और इस पर ही यह सरकार चल पड़ी है.