बैंक मैनेजर उमेश सिन्हा ने अपने नार्को टेस्ट के दौरान स्वीकार किया कि उसने न केवल छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह को एक करोड़ रुपये दिए बल्कि कई अन्य मंत्रियों को भी एक करोड़ रुपये बांटे थे.
कांग्रेस ने गत दिनों इंदिरा प्रियदर्शिनी नागरिक सहकारी बैंक के घोटाले से जुड़ी एक सनसनी खेज सीडी जारी की है। जिसमें बैंक के मैनेजर ने नार्को टेस्ट के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं चार वरिष्ठ मंत्रियों पर घोटाले में शामिल होने एवं करोड़ों रुपए लेनदेन का आरोप लगाया है। कांग्रेस के पूर्व मंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष स्व. नंद कुमार पटेल इस मामले का खुलासा करने वाले थे। लेकिन उसके पहले ही उनकी हत्या हो गई। आरोप लगने के बाद प्रदेश के राजनीति में हड़कंप मच गया है। भाजपा के मंत्री बृजमोहन अग्रवाल एवं राजेश मूणत ने कांग्रेस के आरोपों को निराधार बताते हुए सीडी को झूठा करार दिया है। वही पुलिस ने सीडी में दिखाए गए नार्को टेस्ट पर गंभीर विरोधाभास की पुष्टि करते हुए इसे साक्ष्य के रूप में मानने से इंकार कर दिया है। कांग्रेस के पूर्व मंत्री भूपेश बघेल एवं मीडिया विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने बताया कि दिवंगत नंदकुमार पटेल के पुत्र दिनेश पटेल ने शैलेष नितिन त्रिवेदी को एक एसएमएस भेजा था जिसमे लिखा गया था कि 15 जून को एक बड़ा खुलासा होगा। लेकिन 25 मई को जीरम घाटी हादसे के कारण यह नहीं हो पाया।
उन्होंने कहा कि यह खुलासा क्या था इसे पूरा प्रदेश और देश जानना चाहता है। दोनों नेताओं ने इंदिरा प्रियदर्शनी घोटाले के मुख्य आरोपी उमेश सिन्हा की ब्रेन मेपिंग की सीडी मीडिया को जारी की। बाकायदा इसको प्रोजेक्टर में दिखाया गया। सीडी के हवाले से मुख्यमंत्री और सरकार के मंत्रियों बृजमोहन अग्रवाल, अमर अग्रवाल, राजेश मूणत और रामविचार नेताम व पूर्व डीजीपी पर लेन-देन के आरोप लगाए गए हैं। सभी को उमेश सिन्हा द्वारा एक-एक करोड़ रुपए देने की बात कही गई है। कांग्रेस नेताओं का दावा है कि दिवंगत प्रदेश अध्यक्ष के साथ वे काफी समय से इस घोटाले के पर्दाफाश करने में लगे थे। इसी बीच उनकी हत्या हो गई। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इंदिरा बैंक घोटाले के आरोपी बैंक मैनेजर उमेश सिन्हा की ब्रेन मैपिंग की मांग की गई थी। वर्ष- 07 में इसकी अनुमति मिली। सिन्हा ने घोटाले की रकम सरकार के मंत्रियों को मिलने की बात सीडी में कही है। कांग्रेस नेताओं ने सवाल उठाया है कि इतने बड़े घोटाले की सीबीआई जांच की सिफारिश आखिर सरकार ने क्यों नहीं की।
सीडी में कई तथ्य विरोधाभासी : आईजी
इंदिरा प्रियदर्शिनी महिला नागरिक सहकारी बैंक घोटाले में जारी किए गए सीडी के संबंध में रायपुर रेंज के आईजी जीपी सिंह ने बताया है कि आरोपी बैंक मैनेजर उमेश सिन्हा की नार्को टेस्ट की सीडी की जांच कराई। विवेचक के मुताबिक इस सीडी में कई तथ्य विरोधाभासी लग रहे है। उमेश सिन्हा ने जो बात एक बार कही वही दूसरी बार में वह पलट गया है। इस साक्ष्य के रूप में नहीं लिया जा सकता है। उन्होंने बताया कि सीडी में उल्लेखित तथ्यों की विवेचना की पुष्टि नहीं हुई। इस मामले में 13 लोगों गिरफ्तारी हुई थी। उनसे भी इस संबंध में पूछताछ की गई थी। श्री सिंह ने बताया उमेश सिन्हा का नार्को टेस्ट डॉ. मालिनी द्वारा किया गया। उन पर नार्को टेस्ट की रिपोर्ट लीक करने व फर्जी रिपोर्ट तैयार करने का आरोप है। इसी वजह से कर्नाटक सरकार द्वारा डॉ. मालिनी को बर्खास्त किया गया था।
C D ki janch police kara li hai hydarabad ki report saamne aachuki hai ye congres ka prayojit kariykrim tha aab raaman singh court jaane wale hai ietanai gir chuki hai congres ki vishawash kiya hi nahi jaa sakta hai ganndi ho chuki hai sad gayee hai congres kisi bhi seema tak jaa sakti hai desh ke sath dhokha kar rahi hai ye congres