बाबा रामदेव के छोटे भाई रामभरत पर उनके ही पूर्व कर्मचारी नितिन त्यागी ने अपहरण कर बंधक बनाने और मारपीट करने का आरोप लगाया है. इसके बाद हरकरत में आई पुलिस ने पतंजलि योगपीठ फेस-2 में छापामार कर पूर्व कर्मचारी को मुक्त कराया.
इस सिलसिले में रामदेव के भाई के चार निजी सुरक्षा कर्मियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि रामदेव के भाई की तलाश की जा रही है. छुड़ाए गए युवक नितिन त्यागी के दादा सोम की तहरीर के आधार पर कनखल थाने में योग गुरु के भाई रामभरत सहित पांच लोगों के खिलाफ अपहरण और बंधक बनाने का मुकदमा दर्ज कराया गया है.
उधर देर रात पतंजलि फेज-2 के प्रभारी ओम प्रकाश शर्मा ने थाना में नितिन त्यागी के खिलाफ चोरी की तहरीर दी है. पुलिस की कार्रवाई के विरोध में शहर विधायक भाजपा नेता मदन कौशिक, विधायक यतीश्वरानंद, आदेश चौहान और मेयर मनोज गर्ग सहित भाजपा कार्यकर्ताओं ने कनखल थाने में हंगामा किया.
वे गिरफ्तार आरोपियों को रिहा करने, मुकदमा समाप्त करने की मांग कर रहे थे. नौकरी की तलाश में हरिद्वार आए नितिन त्यागी पुत्र गोपाल सिंह त्यागी निवासी रई थाना छपार जिला मुज्जफरनगर की 18 अक्टूबर की सुबह योगगुरू के भाई रामभरत से रास्ते में मुलाकात हुई.
आरोप है कि रामभरत ने अपने निजी सुरक्षा कर्मियों की मदद से नितिन को पकड़ लिया और जबरन गाड़ी में बैठाकर पतंजलि योगपीठ फेस-2 ले गए. वहां उसे बंधक बना चार दिनों तक मारा पीटा गया.
इस बीच, नितिन के परिजनों ने उससे मिलने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया. रुड़की निवासी प्रदेश किसान कांग्रेस के महासचिव हरपाल सिंह त्यागी के हस्तक्षेप पर योगगुरु के भाई रामभरत ने नितिन के दादा सोम को आंखों पर पट्टी बांध उससे मिलवाया.
सोमवार सुबह हरपाल सिंह स्वयं नितिन से मिलने पहुंचे, लेकिन उन्हें न उससे मिलवाया गया और न ही रामभरत बात करने को राजी हुए. इस पर उन्होंने सोमवार शाम को सिटी एसपी सुरजीत सिंह पवार के अनुसार सोमदत्त नाम के व्यक्ति ने अपने पोते नितिन त्यागी के अपहरण का मामला दर्ज कराया है जिसे उनके अनुसार “18 अक्टूबर को रामभरत और कुछ अन्य लोग उठा कर ले गए.”
उन्होंने बताया कि तीन दिन हिरासत में रखे जाने के बाद पुलिस ने नितिन को बरामद कर लिया. पवार के मुताबिक “जो तथ्य प्रकाश में आए हैं उनके मुताबिक बंधक को पतंजलि योगपीठ फेस 2 में रखा गया था. इसके आधार पर कानूनी कार्रवाई हो रही है.” साथ ही रामभरत के निजी सुरक्षा कर्मी रमेश, संजीव, महावीर और रमेश को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया. रामभरत की तलाश की जा रही है.
उधर, चर्चा है कि रामदेव के भाई रामभरत को पुलिस हिरासत में ले लिया हैं हालाकि पुलिस इस बात पुष्टि नहीं कर रही है.