महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के मुखिया राज ठाकरे भी अब चुनाव मैदान में उतर गए है. वह अपने परिवार के पहले व्यक्ति होंगे जो चुनाव लड़ेगे. उन्होंने खुद को महाराष्ट्र के सीएम पद का उम्मीदवार भी घोषित कर दिया है. वह अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनावों में भी मैदान में उतरेंगे. इससे पहले शिवसेना के दिवंगत प्रमुख बाला साहेब ठाकरे ने कई बार सरकारें बनवाईं, लेकिन कभी चुनाव नहीं लड़ा. हालांकि इस बार उनके चचेरे भाई उद्धव ठाकरे भी खुद को सीएम पद का दावेदार घोषित कर चुके हैं.
राज ठाकरे का यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित लगता है. बीजेपी ने मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था. इसका लोकसभा चुनाव में पार्टी को फायदा मिला और वह पूर्ण बहुमत हासिल कर सत्ता में पहुंची. राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मिल पाई है. इसके उलट उसकी राजनीतिक विरोधी शिव सेना को 18 सीटें मिलीं. राज ठाकरे ने लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को समर्थन दिया था.
लोकसभाचुनाव में हार का मुंह देखने वाले तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं में राजठाकरे पहले हैं, जिन्होंने हार के 15 दिन में आमसभा करने की हिम्मत जुटाई. मुंबई के सोमैया मैदान में आयोजित सभा तब विधानसभा चुनाव के लिए उनकी पहलीप्रचार सभा में बदल गई, जब उन्होंने खुद भी अगला विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी.
शनिवार को यह घोषणा कर उन्होंने उद्धव ठाकरे पर भी बढ़त बना ली है. दो दिन पहले उद्धव ने कहा था कि शिवसैनिक उन्हें मुख्यमंत्री बनते हुए देखना चाहते हैं. हालांकि, वह अब तकविधानसभा चुनाव लड़ने का मन भी नहीं बना पाए हैं. मनसे पिछले दो साल सेनासिक महानगरपालिका में शासन कर रही है. राज ने गुजरात मॉडल की तर्ज परमहाराष्ट्र में नासिक मॉडल बेचने की तैयारी भी कर ली है. माना जा रहा है किराज नासिक के ही शिवाजी पार्क विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की तैयारी कर चुके हैं.
राज ने कहा कि विधानसभा चुनाव सिर पर हैं. अगर हम और आप अभी से जनता के बीच जाएं और भरोसा जीतने की कोशिश करें, तो सफलता मिलने में संदेहनहीं है. राज ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर चुटकी लेते हुए कहा कि वहमहात्मा गांधी के सच्चे अनुयायी हैं. राष्ट्रपिता ने आजादी मिलने के बादकहा था कि कांग्रेस को विसर्जित कर दो. अब राहुल वही करते दिखाई दे रहे हैं.
अच्छा है अब यह ग़लतफ़हमी भी निकल जाएगी राज ठाकरे सीधे मुख्य मंत्री बनने के सपने देख रहे है जनता क्या चाहती है यह रुख नहीं देख रहे पार्टी की इतनी दुर्गति होने के बाद भी वे खड़े हैं चलो यह भी अच्छा है कांग्रेस तो सदमे से उभर ही नहीं पा रही है