दिल्ली सरकार के गठन को लेकर भाजपा में चल रही सुगबुगाहट के बीच आम आदमी पार्टी (आप) ने एक स्टिंग ऑपरेशन के जरिए भाजपा नेताओं द्वारा आप विधायकों की खरीद-फरोख्त का खुलासा किया है. पार्टी ने भाजपा पर आप विधायकों को खरीदने का आरोप लगाया है. आप इस वीडियो को मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सौंप देगी. पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस कर इस स्टिंग को मीडिया के सामने जारी किया.
आप द्वारा किए गए इस स्टिंग ऑपरेशन में कथित तौर पर भाजपा उपाध्यक्ष शेर सिंह डागर संगम विहार से आप विधायक दिनेश मोहनिया को अपने पक्ष में करने की कोशिश करते दिखाई दे रहे हैं. इस स्टिंग में रघुबीर दहिया और आप विधायक विवेक यादव को भी देखा जा सकता है. इस स्टिंग को यूट्यूब पर भी डाला गया है. आप का आरोप है कि भाजपा नेता ने मोहनिया को अपने पक्ष में करने के लिए चार करोड़ रुपये का लालच दिया था. आप नेता मनीष सिसोदिया का कहना है कि भाजपा उनके विधायकों को खरीदने की पहले से ही कोशिश करती आ रही है. सिसोदिया ने बताया है कि पूरी बातचीत शेर सिंह डागर के साउथ एक्सटेंशन स्थित उनके घर में रिकॉर्ड की गई है.
उधर डागर ने अपनी सफाई में कहा है कि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया. वह कुछ दिनों से दिल्ली से बाहर थे. उनका आरोप है कि आप नेता मोहनिया उनके घर पर आए थे और खुद ही इस बाबत बात कर रहे थे. भाजपा उपाध्यक्ष ने कहा कि पार्टी चाहे इस बारे में जांच करवा ले, वह जो फैसला लेगी उन्हें मंजूर होगा. उन्होंने कहा है कि वह पार्टी के समक्ष अपना पक्ष रखेंगे. उन्होंने केजरीवाल के खिलाफ मानहानि का दावा करने की भी बात कही है.
इस स्टिंग पर भाजपा ने साफ कर दिया है कि वह शेर सिंह डागर का बचाव नहीं करेगी, न ही इस बारे में कोई प्रेस कांफ्रेस कर सफाई देगी. सूत्रों के मुताबिक भाजपा इस संबंध में उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है. संभावना यह भी है पार्टी डागर को कारण बताओ नोटिस जारी कर सकती है. दूसरी ओर कांग्रेस के पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन ने दिल्ली में दोबारा चुनाव कराए जाने की मांग का समर्थन किया है.
गौरतलब है कि दिल्ली में सरकार के गठन के लिए कई माह से चली आ रही माथापच्ची के बाद अब उपराज्यपाल नजीब जंग ने सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर भाजपा को बुलाने का मन लगभग बना लिया है. इस बाबत उनकी संस्तुति को राष्ट्रपति ने गृह मंत्रालय को भेज दिया है. उम्मीद की जा रही है कि भाजपा इस बाबत जल्द ही कोई फैसला ले लेगी. वहीं आम आदमी पार्टी लगातार मांग कर रही है कि दिल्ली में कोई भी पार्टी सरकार बनाने के काबिल नहीं है, लिहाजा यहां पर चुनाव करवाए जाने चाहिए.