नई दिल्ली, जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक पर बाढ़ राहत काम में बाधा डालने का आरोप लगा है. युवा कांग्रेस का आरोप है कि यासीन ने राहत सामग्रियों से भरी नाव पर कब्जा कर लिया था. आरोप है कि उन्होंने राहत सामग्री हाईजैक की है. रिपोर्ट के मुताबिक उनका मकसद खुद राहत सामग्री को बांटने का श्रेय लेना था और इसीलिए उन्होंने ऐसा किया.
यासीन पर आरोप है कि 13 सितंबर को जेकेएलएफ चीफ मलिक ने कुछ लोगों के साथ मिलकर सेना द्वारा चलाए जा रहे राहत और बचाव कार्य में बाधा डाली. बताया जाता है कि जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के चीफ यासिन मलिक ने अपने सहयोगियों के साथ 13 सितंबर को राहत सामग्री से भरी नाव को अगवा कर लिया था.
अलगाववादी नेता यासिन मलिक की एक फोटो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है. इस फोटो में यासिन मलिक राहत सामग्री से भरी हुई पर कब्जा किए हुए दिखाई दे रहे हैं. वह इस दौरान लाल लिबास में नजर आ रहे हैं. यासिन मलिक की इस हरकत पर लोगों का गुस्सा जमकर फूट रहा है और लोग उनकी आलोचना कर रहे हैं.
गौर हो कि जम्मू-कश्मीर में राहत और बचाव का काम अब भी जारी है. अब तक 2 लाख 34 हजार लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया गया है. राज्य के हालात पर सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई जिसमें राहत और बचाव काम को लेकर चर्चा हुई.
राहत कार्य में बाधा पहुँचाने के लिए यासीन को गिरफ्तार कर जेल में डाल देना चाहिए ,अब अलगाववादी अपनी जमीं खिसकते देख रहें हैं , इसलिए ऐसी कामिनी हरकतें कर रहें हैं