संदीप वर्मा, एक ऐसा व्यक्ति जो स्व वी पी सिंह जी का फोटो न केवल अपने प्रोफाइल में इस्तेमाल करते हैं अपितु अपना आदर्श मानते हैं। इस वजह से न केवल प्रतिक्रियावादी तत्व इनकी आलोचना करते हैं बल्कि घृणा के स्तर तक असहमत रहते हैं। ऐसे व्यक्ति को भारत के सबसे ज्यादा भूभाग में फैली कांग्रेस जैसी पार्टी का राजधानी नगर का बौद्धिक प्रकोष्ठ का मुखिया बनाना एक साथ कई संदेश व संभावना समेटे हुए है।
पहली बात तो यह है कि कांग्रेस नेतृत्व समाज के बीच में सक्रिय साधारण शक्तियों को महत्व देने को तत्पर है, दूसरे अपने सबसे बड़े शत्रु को आदर्श मनाने वाले को गले लगाने को सहमत है।संदेश साफ है कि जो भी समाजवाद,धर्मनिरपेक्षता व लोकतंत्र में आस्था रखता है, उसके पक्ष में लड़ने को तैयार है ,कांग्रेस उसके स्वागत को तैयार है।संदीप जी को बहुत-बहुत बधाई कि सोशल मीडिया में जब हर तरफ जहर फैलाया जा रहा है तब पूरी दृढ़ता के साथ सत्य के पक्ष में खड़े हैं। आगे भी यह जज्बा बना रहेगा क्योंकि राजनीति इनका साध्य नहीं केवल साधन है।