
डीजीपी ने शिकायत को गंभीर मानते हुए पुलिस कमिश्नर भूपेंद्र कुमार दक को जांच के निर्देश दिए हैं। कमिश्नर इस मामले की गोपनीय जांच करवा रहे हैं।
प्रशिक्षुओं ने कहा- होली के दूसरे दिन हॉस्टल में ज्यादती की
पत्र में प्रशिक्षु महिलाओं ने लिखा है कि होली के दूसरे दिन रात में रोल चैक के बहाने थानेदार शिवलाल, हवलदार शोभाराम व सिपाही शिवलाल दो-तीन जनों के साथ हॉस्टल में आए। यहां से वे तीन-चार लड़कियों को सामने वाले हॉस्टल में ले गए। उस हॉस्टल में कोई अधिकारी मौजूद नहीं था। वहां उन लड़कियों के साथ सभी ने ज्यादती की। इसके बाद चुप रहने के लिए यह कहकर डराया कि उन्होंने पहले भी क्वार्टर गार्ड में ज्यादती की थी। इसकी शिकायतें भी हुई, लेकिन हमारा कुछ नहीं बिगड़ा।
पत्र में यह भी कहा गया कि ये लोग हॉस्टल की लाइटें जानबूझ कर बंद कर देते हैं, फिर हवलदार शोभाराम आदि हॉस्टल में घुस कर लड़कियों को अपने साथ ले जाते हैं।
जांच हो रही है
यह बेहद संवेदनशील व गोपनीय मामला है, इसलिए कुछ बताया नहीं जा सकता। हां, शिकायती पत्र की कॉपी मेरे पास आई है। जांच की जा रही हैं।
-भूपेंद्र कुमार दक, पुलिस कमिश्नर
अफसरों को दूंगा जवाब
जो भी आरोप लगाए गए हैं, मुझे उन पर कुछ नहीं कहना है। अफसर जांच कर रहे हैं, वे पूछेंगे तो जवाब दे दूंगा। फिलहाल मैं छुट्टी पर जा रहा हूं।
-शिवलाल, एलओ, पुलिस लाइन
पुलिस के नाम पर कलंक है!
बहुत जरूरी है की दोषियों को दण्डित किया जाए……..पुलिस के नाम पर कलंक है!