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भाजपा के पूर्व उपमुख्यमंत्री और तीन बार विधायक रहे लक्ष्मण सावदी ने लंबे गठबंधन के बाद भगवा पार्टी छोड़ कांग्रेस से हाथ मिलाया..

“मुझे अपमानित किया गया था और अब मेरा बीजेपी से रिश्ता खत्म हो गया है: लक्ष्मण सावदी

“मैं सावदी के भाजपा छोड़ने से बेहद आहत हूं। बीजेपी के कुछ उम्मीदवारों ने विधायक बनने के लिए पार्टी छोड़ दी है लेकिन सच्चे कार्यकर्ता कभी पार्टी नहीं छोड़ेंग“ः सीएम बसवराज बोम्मई

-अनुभा जैन॥

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए अथानी (बेलगावी) से टिकट से वंचित होने के बाद, भाजपा के पूर्व उपमुख्यमंत्री और तीन बार विधायक रहे लक्ष्मण सावदी ने लंबे गठबंधन के बाद शुक्रवार को भगवा पार्टी छोड़ अंततः एआईसीसी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला और केपीसीसी अध्यक्ष डीके शिवकुमार की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल हो गए।
सावदी का कांग्रेस में स्वागत करते हुए सुरजेवाला ने कहा, ’सावदी जैसे नेता ने अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनी है।’ राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा, “सावदी के भाजपा छोड़ने से मैं बहुत आहत हूं। हमने एक करीबी बंधन साझा किया। बीजेपी के कुछ उम्मीदवारों ने विधायक बनने के लिए पार्टी छोड़ दी है लेकिन सच्चे कार्यकर्ता कभी पार्टी नहीं छोड़ेंगे।’’

कांग्रेस में शामिल होने के बाद सावदी ने कहा, ’मुझे अपमानित किया गया और अब मेरा बीजेपी से रिश्ता खत्म हो गया है। मेरे मरने के बाद मेरे शरीर को भी भाजपा कार्यालय के सामने नहीं ले जाना चाहिए। जब मैंने कांग्रेस पार्टी से संपर्क किया तो उन्होंने खुले मन से मेरा स्वागत किया। मैंने भाजपा में समर्पण के साथ काम किया और मैं कांग्रेस में भी उसी उत्साह और समर्पण के साथ काम करूंगा।’ उन्होंने आगे कहा, “मेरे मन में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बी.एल. संतोष के लिए बहुत सम्मान है जो मेरे राजनीतिक गुरु हैं।“
सवाल करते हुये सावदी ने कहा कि भाजपा उन 16 विधायकों को समायोजित करने के लिए बाध्य थी, जो कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन से चले गए थे। अगर महेश कुमाथल्ली (अथानी) को टिकट दिया गया था, तो आर. शंकर को रानीबेनूर का टिकट क्यों नहीं दिया गया?”
कांग्रेस द्वारा भाजपा के महेश कुमाथल्ली के खिलाफ अथानी में सावदी को उम्मीदवार बनाने की उम्मीद है। यह इस बार एक उलटफेर होगा क्योंकि महेश कुमाथल्ली ने 2018 के चुनावों में कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की थी। और अब सावदी आगामी चुनावों में अथानी से चुनाव लड़ेंगे।
शिवकुमार ने कहा, ’’हमें सावदी जैसे नेताओं को पार्टी में लेना चाहिए। 10 से अधिक विधायक हैं जो कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं लेकिन हमारे पास उन्हें समायोजित करने के लिए जगह नहीं है।”
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और कर्नाटक राज्य प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि पार्टी छोड़ना सावदी के लिए चिंता का विषय है, बीजेपी के लिए नहीं। कांग्रेस जल्द ही सावदी को उनकी जगह दिखाएगी।
उल्लेखनीय है कि सावदी ने बीएस येदियुरप्पा के मंत्रिमंडल में 2019 से 2021 तक डिप्टी सीएम और परिवहन मंत्री के रूप में कार्य किया। उन्हें विधान परिषद के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया था जहाँ से उन्होंने शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया।

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