यों ही कब तक पड़े रहोगे, नए साल के नाम पर तो कुछ करो..
By admin / January 2, 2013 / रहन सहन / No Comments

इस खबर को अपने मित्रों से साझा करें..– डॉ. दीपक आचार्य|| एकरसता और जड़ता से घिर कर रह जाने की आदत पाले बैठे आदमियों के लिए ही ये नव वर्ष और दूसरे उत्सव हैं ताकि इनके बहाने तो कम से कम वह उठे और कुछ नया करने का साहस करे. वरना जो लोग कर्मयोगी हैं […]
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