आखिर वही हुआ जिसका डर था.. किसी ने कांग्रेस प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी की बताई जाने वाली बहुचर्चित सीडी यूट्यूब पर अपलोड कर दी। दिलचस्प बात यह है कि इसे रिकॉर्ड करने और पत्रकारों को बांटने के आरोपी ड्राइवर ने ही इसे गलत और छेड़छाड़ कर बनाया हुआ बता दिया है।
कुछ लोगों ने फेसबुक पर इस लिंक को शेयर भी किया हुआ है। 12 मिनट 40 सेकेंड की इस फिल्म में अभिषेक मनु सरीखे शख्स (उनके शब्दों में मॉर्फ किए हुए) साफ दिख रहे हैं और एक महिला उनसे बातें करती सुनाई दे रही हैं।
पूरी बातचीत अंग्रेजी में है। लगभग साढ़े तीन मिनट तक बातचीत सुनाई देती है। फिर चुंबन और दूसरी आवाजें..
‘अभिषेक मनु सिंघवी जैसे दिखने वाले शख्स’ और एक महिला किसी ऑफिस में बैठे दिख रहे हैं जो जाहिर तौर पर किसी वकील का ही है। अलमारियों में रखी मोटी-मोटी किताबें कानून की ही लग रही हैं।
वीडियो अपलोड करने वाले को पता है कि यह वीडियो ब्लॉक किया जा सकता है, लेकिन वो खासा ढीठ मालूम पड़ रहा है क्योंकि उसने न सिर्फ कई जगहों पर वीडियो के लिंक डाल रके हैं बल्कि अपना ईमेल पता भी छोड़ रखा है। उसके संदेश में लिखा है कि अगर वीडियो डिलीट हो जाए तो उसे ई-मेल पर संपर्क कर लिया जाए। यही नहीं फेसबुक और यूट्यूब पर खाता भी नेता के नाम पर ही बनाया गया था। वीडियो अपलोड और डिलीट होने का सिलसिला लगातार जारी है।
अफजल गुरु के वकील और टीम अन्ना के प्रमुख सदस्य प्रशांत भूषण की पिटाई करने वाले ताजिन्दर पाल सिंह बग्गा जैसे कुछ उत्साही नौजवानों ने तो फेसबुक पर मानों अभियान छेड़ रखा है। जहां कहीं भी वीडियो का लिंक उपलब्ध होता है, बग्गा अपनी वॉल पर डाल लेते हैं, और कुछ ही देर में वो डिलीट हो जाता है। बग्गा का कहना है कि ऐसे दोहरे चरित्र वाले नेताओं को बेनकाब करने की जरूरत है। उन्होंने पूछा कि अगर अभिषेक इस वीडियो में नहीं थे तो उन्हे स्टे लेने की जरूरत क्या है? उनका कहना है कि यूट्यूब पर तमाम देश विरोधी वीडियो अपलोडेड हैं, लेकिन उन्हें हटाने के लिए तो किसी ने कोई पहल नहीं की।
इस पर अभी सिंघवी या कांग्रेस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। ग़ौरतलब है कि सिंघवी ने इस बारे में पहले कहा था कि उनकी ऎसी कोई भी सीडी नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया है कि सीडी के साथ छेड़छाड़ की गई हैं। आपत्तिजनक सीडी का मामला सामने आने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता सिंघवी मीडिया से दूर हैं, लेकिन उनके लिए चिंता का सबब ये है कि वीडियो की हजारों कॉपियां ईमेल या यूट्यूब डाउनलोड के जरिए बंट चुकी हैं।
उधर सिंघवी के पूर्व ड्राइवर ने उनसे बदला लेने की नीयत से सीडी में छेड़छाड़ करने का दावा किया है। पहले सिंघवी के ड्राइवर रहे मुकेश कुमार लाल ने बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट को सौंपे गए अपने हलफनामे में कहा कि उसने अपने पूर्व मालिक को बदनाम करने के लिए सीडी में छेड़छाड़ की थी। उसने यह भी कहा है कि अब सिंघवी के साथ सभी विवादों को हल कर लिया गया है और वह अपनी गलती स्वीकार करता है।
मुकेश पर सिंघवी की एक आपत्तिजनक सीडी तैयार करने का आरोप है। यह सीडी कई टेलीविजन चैनलों पर प्रसारित भी की जाने वाली थी लेकिन गत 13 अप्रैल को हाईकोर्ट ने इसके प्रकाशन तथा प्रसारण पर रोक लगा दी थी। जस्टिस रेवा खेत्रपाल की अदालत में यह मामला सुनवाई के लिए शुक्रवार को आएगा।
Agar driver ne fabrication kiya hai tow use jail mein kyon nahin dalte.Why a criminal should go scot free.If not?
kitane ki haddi mini hai midiadarbvaar ke kutton ko?
kya baat hai aap ne bina dekhe parkhe nirnay de diya…puri duniya jan chuki hai kaun hai nus CD me.
अच्छी स्टोरी है