अदनान ओक्तार तुर्की में एक धर्म गुरु के रूप में चर्चित है, जो टीवी पर इस्लामिक और रूढ़िवादी मूल्यों की शिक्षा देता था। अदनान खुद मॉर्डन ड्रेस पहनता था और टीवी पर कम कपड़े पहने हुई लड़कियों के साथ घिरा नजर आता था।
अदनान ने 1980 में धार्मिक स्पीकर के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी। कई सालों तक धार्मिक उपदेश देने के बाद अदनान ने अदनानसिलर नाम का एक आर्गेनाईजेशन बनाया। इसका मकसद मुस्लिम स्कॉलर सैद नुरसी के धार्मिक विचारों को लोगों तक पहुंचाना था।
सैद नुरसी इस्लाम को साइंस के साथ मिलाकर आगे बढ़ाने के पक्ष में थे। सैद नुरसी के इन विचारों से तुर्की में नया इस्लामिक मूवमेंट आया और कई लोग इस संगठन से जुड़ते चले गए।
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अदनान ओक्तार हारून याह्या के नाम से इस्लामिक मूल्यों पर 300 से ज्यादा किताबें लिख चुका है। अदनान ने 1990 में साइंस रिसर्च फाउंडेशन की शुरुआत की। उसने डिजाइनर्स से लड़कियों के लिए मॉडर्न इस्लामिक कपड़े बनवाए और अपना बिजनेस शुरू किया।
अदनान कहता- मुस्लिम महिलाओं को पहनने चाहिए मॉडर्न ड्रेस
2011 में अदनान ने कहा की कुरान में हिजाब का कहीं जिक्र नहीं है। तुर्की को औरतों के बालों से आगे बढ़ना चाहिए और मॉडर्न कपड़ों को भी स्वीकार करना चाहिए। इससे प्रभावित होकर पढ़ी-लिखी और अमीर लड़कियां भी अदनान के साथ जुड़ गईं।
2018 में गिरफ्तार, फिर खुलने शुरू हुए कई राज
2018 में उसके विला पर तुर्की पुलिस ने छापा मारा था। पता चला कि इस्लाम के प्रचार की आड़ में वो एक आपराधिक गिरोह चलाता था। अदनान और उसके फॉलोवर्स को गिरफ्तार कर लिया गया और उसका टीवी चैनल A9 भी बंद कर दिया गया।
ऑस्ट्रेलियन मीडिया टाउंसविले बुलेटिन के मुताबिक, इस संगठन में अदनान ने 1000 से ज्यादा लड़कियों को सेक्स स्लेव बनाकर उनका यौन शोषण किया।
अदनान ने इन लड़कियों को मासिक धर्म की समस्याओं और स्किन प्रॉब्लम्स को ठीक करने के बहाने जबरदस्ती गर्भ-निरोधक पिल्स दी जाती थी। पुलिस को अपनी जांच के दौरान अदनान के घर से 69,000 से ज्यादा गर्भ-निरोधक पिल्स मिलीं।
धर्मगुरु अदनान की काली दुनिया में और क्या-क्या होता था?
एक मेंबर ने टीआरटी वर्ल्ड को दिए इंटरव्यू में बताया की अदनान ने यंग इस्लामिक जनरेशन को फेमिनिस्ट और क्रिएशनिस्ट थ्योरी से प्रभावित किया था। बहुत पढ़े-लिखे लोग अदनान से जुड़ने लगे थे। अदनान की किताबों ने भी लोगों को आकर्षित किया।
उसकी थ्योरी में इस्लाम को और उदार बनाने का जिक्र था। उसके ग्रुप के एक सदस्य ने बताया की अदनान ग्रुप के सदस्यों को आम जिंदगी से पूरी तरह काट देता था। उन्हें किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने और ग्रुप से बाहर जाने नहीं देता था। इस ऑर्गेनाइजेशन में सेक्स क्राइम के साथ टेरर फंडिंग और क्रिमिनल एक्टिविटी भी होती थी।
उसने कहा की जिस अदनान को पूरी दुनिया एक राइटर और फेमिनिस्ट की तरह जानती है, जो इस्लाम में औरतों की आजादी और हक की बात करता है, वो हमारे साथ यौन शोषण करता है।
अदनान के ग्रुप के एक मेंबर ने बताया कि वह किसी तरह आर्गेनाइजेशन से भाग निकला। जो लोग भाग जाते थे, उन्हें अदनान बदनाम करता था और उनका जीना मुहाल कर देता था। पैम्फलेट निकालकर इसके जैसा न बनने की धमकी देता था। अदनान की पॉलिटिकल पकड़ भी मजबूत थी।
अदनान के साथ काम कर चुकी मॉडल ने क्या बताया?
अदनान के ऑर्गेनाइजेशन की एक पूर्व मॉडल एब्रू सिम्सेक ने बताया, ‘अदनान का संगठन छोड़ने की वजह से मुझे बहुत परेशान किया गया और मेरे खिलाफ मानहानि के 300 केस फाइल कर दिए गए।’
सिम्सेक ने कहा, ‘अदनान ओक्तार ने मुझे टीवी पर देखा और दीवाना हो गया। उसने यहां तक कहा, ‘मैंने तुम्हें अखबार में और टीवी पर देखा, तुम मुझे बहुत पसंद आई, अपने कपड़े लो और मेरे साथ मेरे शानदार महल में रहो।’
‘यहां आ जाओ, मैं तुम्हें सबसे अच्छे कंडिशन में रखूंगा। तुम बेस्ट ब्रांड्स पहनोगी, तुम्हारी जिंदगी आरामदायक हो जाएगी। मुझे लगा कि इसका धर्म से कोई लेनादेना नहीं था।’
अदनान के ग्रुप में काम कर चुकी एक और लकड़ी सीलन ओज्गुल ने कहा, ‘मैंने 17 साल की उम्र में ये आर्गेनाइजेशन ज्वॉइन किया था। उस समय A9 चैनल को शुरू हुए दो साल हुए थे। मैंने 2013 में भागने की कोशिश की पर मैं पकड़ी गई। वहां रहना जेल में रहने जैसे था, या उससे भी बदतर।’
अदनान को 8,658 साल की सजा कैसे हुई?
जनवरी 2021 में अदनान को उस पर लगे 10 अलग आरोपों में 1075 साल की सजा सुनाई गई। जिनमें क्रिमिनल गैंग चलाने, राजनीतिक और सैन्य तख्तापलट में शामिल होने, नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण, रेप, ब्लैकमेल करने और यातना देना शामिल हैं।
उस पर तुर्की के निर्वासित धर्मगुरु फतुल्लाह गुलेन के साथ संबंध होने के भी आरोप लगे थे। गुलेन पर आरोप है कि वह 2016 में तुर्की में हुए असफल सैन्य तख्तापलट की साजिश का मास्टरमाइंड था, जिसमें 251 लोग मारे गए थे और 2,000 से अधिक घायल हुए थे।
बाद में एक अपर कोर्ट ने अदनान के खिलाफ दिए इस फैसले को पलटते हुए फिर से ट्रायल के निर्देश दिए थे। इस साल सितंबर में अदनान दोबारा ट्रायल के लिए कोर्ट के सामने पेश हुआ।
इसी मामले में इंस्ताबुल हाई क्रिमिनल कोर्ट ने 17 नवंबर को अदनान ओक्तार को गैर-कानूनी ढंग से धर्म की आड़ में ऑर्गेनाइजेशन चलाने, शिक्षा और यौन अधिकारों का उल्लंघन करने, टॉर्चर करने, पर्सनल डेटा चोरी, क्रिमिनल गैंग बनाने, राजनीतिक लोगों और सेना की जासूसी करने के जुर्म में 8,658 सालों की सजा सुनाई। कोर्ट ने इसी मामले में 10 और दोषियों में से हर एक को 8658 साल की सजा सुनाई है।
अदनान को दी गई सजा तुर्की के इतिहास में दूसरी सबसे लंबी सजा है। इससे पहले एक व्यक्ति को 9,803 साल और 6 महीने की सजा दी गई थी।
हॉस्पिटल में साइकियाट्रिस्ट टेस्ट में सामने आया की अदनान को पैरानॉयड स्किट्सफ्रीनिया नाम की बीमारी है। ये एक तरह का पागलपन यानी दिमागी बीमारी है जिसमें इंसान के मन में कई भ्रम होते हैं। वो सपने और सच्चाई में फर्क नहीं कर पाता।